बैंक कर्जदारों को मिल सकती है बड़ी राहत, सरकार ने बनाई एक्सपर्ट कमेटी

जायज़ा डेली न्यूज़ संवाददाता लखनऊ नई दिल्ली सरकार ने बृहस्पतिवार को लॉकडाउन के दौरान बैंक कर्ज की किस्त चुकाने पर दी गई छूट अवधि में कर्जदारों को ब्याज से राहत, ब्याज पर ब्याज से राहत सहित अन्य मुद्दों पर समग्र रूप से आकलन करने के लिये पूर्व सीएजी राजीव महर्षि की अध्यक्षता में तीन सदस्यों की विशेषज्ञ कमेटी का गठन किया है। वित्त मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुये कहा गया है कि कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट दे देगी।भारत के पूर्व नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि की अध्यक्षता में गठित कमेटी में दो अन्य सदस्य आईआईएम अहमदाबाद के पूर्व प्रोफेसर और रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति कमेटी के पूर्व सदस्य डा. रविन्द्र ढोलकिया, भारतीय स्टेट बैंक और आईडीबीआई बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक बी. श्रीराम शामिल हैं। कमेटी कोविड- 19 अवधि के दौरान कर्ज किस्त पर दी गई छूट अवधि में ब्याज और ब्याज पर ब्याज से राहत दिये जाने का राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और वित्तीय स्थिरता पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन करेगी. कमेटी समाज के विभिन्न वर्गों पर पड़ने वाले वित्तीय संकट को कम करने और उपायों के बारे में भी सुझाव देगी. मौजूदा स्थिति में और भी कोई सुझाव अथवा विचार कमेटी सौंप सकेगी।

नयी दिल्ली सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया स्वामी अग्निवेश ने बाल मजदूरी और बंधुआ मजदूरी के खिलाफ आंदोलन चलाया था। स्वामी अग्निवेश को मुस्लिम समाज मे बहुत इज़्ज़त की निगाह से देखा जाता है।नयी दिल्ली सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश का 81 वर्ष की उम्र में निधन हो गया,स्वामी अग्निवेश ने बाल मजदूरी और बंधुआ मजदूरी के खिलाफ आंदोलन चलाया था। स्वामी अग्निवेश को मुस्लिम समाज मे बहुत इज़्ज़त की निगाह से देखा जाता है। स्वामी अग्निवेश ने दिल्ली के एक अस्पताल में शुक्रवार शाम को अंतिम साँस ली। उन्हें सोमवार को लिवर (यकृत) से जुड़ी बीमारी के इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनका इलाज कर रही डॉक्टरों की टीम ने बताया है कि ‘लिवर सिरोसिस से पीड़ित स्वामी अग्निवेश के कई प्रमुख अंगों ने काम करना बंद कर दिया था जिसकी वजह से उन्हें अंतिम वक़्त में वेंटिलेटर पर भी रखना पड़ा, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका.’21 सितंबर 1939 को जन्मे स्वामी अग्निवेश सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते थे। स्वामी अग्निवेश की बंधुआ मुक्ति मोर्चा और सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के कार्यवाहक अध्यक्ष स्वामी आर्यवेश ने बताया है कि उनके पार्थिव शरीर को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक अंतिम सार्वजनिक श्रद्धांजलि के लिए दिल्ली की जंतर-मंतर रोड स्थित कार्यालय में रखा जायेगा जिसके बाद 12 सितंबर की शाम हरियाणा के गुरुग्राम ज़िले में स्थित अग्निलोक आश्रम में उनका अंतिम संस्कार होगा।

योगी सरकार एक और बड़े एक्शन की तैयारी में


समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान को मिलेगा एक और झटका आजम खान के विधायक बेटे अब्दुल्ला खान पर बैन लगाने की तैयारी योगी सरकार विधायक अब्दुल्ला खान के 6 साल तक चुनाव लड़ने पर रोक लगा सकती है। 72 महीनों तक चुनाव लड़ने से डिबार करने की योजना अब्दुल्ला आजम यूपी के रामपुर की स्वार सीट से विधायक थे।जाली दस्तावेज़ लगा कर इलेक्शन लड़ने पर अब्दुल्ला आजम का निर्वाचन हाई कोर्ट ने रद्द कर दिया था। उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर न्याय विभाग तैयारी में जुटा है।

कर्नाटक तीन पुजारियों की हत्या कर्नाटक मे बीजेपी की सरकार 


कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से लगभग 100 किलोमीटर दूर मंड्या स्थित एक मंदिर में तीन पुजारियों की हत्या कर दी गई है. पुलिस ने बताया कि अपराध को गुरुवार सुबह अंजाम दिया गया और मंदिर के दानपात्र से पैसे ग़ायब हैं। डीजीपी (क़ानून-व्यवस्था) अमर कुमार पांडेय ने बीबीसी हिंदी से बताया, “हमें अंदेशा है कि ये हत्याएं सुबह दो से तीन बजे के बीच हुई हैं।और ऐसा लगता कि पुजारियों के सिर पर किसी देसी औजार से मारा गया है।”तीनों पुजारियों की उम्र 50 साल के लगभग बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक़ स्थानीय लोगों ने जब मंदिर के दरवाजे रोज की अपेक्षा बहुत जल्दी खुले देखे तो वे अंदर गए. वहां उन्होंने पुजारियों के शव को ख़ून में लथपथ देखा।एक अन्य पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें ऐसे कोई संकेत नहीं मिले जिससे पता चले कि पुजारियों ने हत्यारों का विरोध किया. हमें शक़ है कि अपराध में तीन से ज़्यादा लोग शामिल थे जिसकी वजह से वो पुजारियों पर पूरी तरह हावी हो गए। मंड्या शहर की सीमा पर स्थित अराकेश्वर मंदिर की देखरेख कर्नाटक सरकार करती है। बताया जा रहा है कि मंदिर की सुरक्षा के लिए पुजारी मंदिर के अंदर ही सोते थे।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here